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tourist places in jammu and kashmir

tourist places in jammu and kashmir जम्मू और कश्मीर, भारत का उत्तरी भाग में स्थित एक राज्य है। यहाँ पर विविधता और समृद्धि की अद्वितीयता है। यह राज्य पहाड़ों, घाटियों, बाग़, बर्फीले चोटियों और नदियों के बीच फैला हुआ है। यहाँ का मानवीय और प्राकृतिक सौंदर्य अत्यंत प्रशंसनीय है।

जम्मू कश्मीर

tourist places in jammu and kashmir

जम्मू और कश्मीर, भारत का उत्तरी भाग में स्थित एक राज्य है। यहाँ पर विविधता और समृद्धि की अद्वितीयता है। यह राज्य पहाड़ों, घाटियों, बाग़, बर्फीले चोटियों और नदियों के बीच फैला हुआ है। यहाँ का मानवीय और प्राकृतिक सौंदर्य अत्यंत प्रशंसनीय है।

tourist places in jammu and kashmir

जम्मू, राज्य का उत्तरी हिस्सा, प्रायः पहाड़ों से घिरा हुआ है और यहाँ पर बहुत सारे धार्मिक स्थल, मंदिर और तीर्थस्थल हैं। कश्मीर, जम्मू और कश्मीर का उत्तर-पश्चिमी हिस्सा, अपनी प्राकृतिक सुंदरता, चिनार के बगीचे, शिकारा, और दलदली बागों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ की सर्दियों में बर्फबारी का अद्भुत दृश्य भी लोगों को खींचता है।

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कश्मीर में अंडरग्राउंड संकटों का बावजूद, यह भूमि आत्मिक संगीत, कला, और सांस्कृतिक धरोहर के लिए भी प्रसिद्ध है। इसके अलावा, यहाँ की मुख्य भाषाएँ कश्मीरी, डोगरी, और उर्दू हैं।

राज्य में हाल ही में कई राजनीतिक और सामाजिक परिवर्तन हुए हैं, जिसमें जम्मू और कश्मीर का प्रशासनिक दृष्टिकोण सम्मिलित किया गया है। इसके साथ ही, अब यह राज्य भारत का अभिन्न अंग है, जो उसकी राजनीतिक, सांस्कृतिक, और आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

जम्मू कश्मीर आर्टिकल 370

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आर्टिकल 370 जम्मू और कश्मीर के विशेष राजनीतिक स्थिति को संदर्भित करता है, जो भारतीय संविधान के तहत विशेष अनुच्छेद के रूप में अंकित था। इस आर्टिकल के अनुसार, जम्मू और कश्मीर को भारतीय संघ का एक विशेष राज्य माना जाता था और इसमें भारतीय संविधान के अनुमानित प्रावधानों का प्रयोग नहीं किया जा सकता था। इस आर्टिकल के तहत कई विशेष अधिकार जम्मू और कश्मीर के निवासियों को प्रदान किए गए थे, जैसे कि केवल जम्मू और कश्मीर के निवासियों को वहां निवास के लिए खरीदारी करने और भूमि पर निवास करने का अधिकार, विशेष राजनीतिक स्थिति, और अन्य विशेष अधिकार।

हालांकि, 2019 में भारतीय संसद ने आर्टिकल 370 को समाप्त कर दिया और जम्मू और कश्मीर को भारत के अन्य राज्यों के समान स्थिति में शामिल किया। इसके बाद जम्मू और कश्मीर में अधिक विकास की प्रक्रिया को तेजी से बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। यह स्थिति राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विवादित रही है और राजनीतिक विवाद का कारण बनी है।

जम्मू कश्मीर में घूमने लायग स्थान

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जम्मू और कश्मीर राज्य भारत में पर्यटन के लिए अनेक अद्वितीय स्थलों का गर्व अनुभव करता है। यहाँ कुछ प्रमुख घूमने लायक स्थानों की सूची है:

श्रीनगर: यह शहर दलदली झीलों, शिकारा राइड, चिनार के बगीचे, और मुग़ल बागों के लिए प्रसिद्ध है। इसके अलावा, श्रीनगर के आस-पास स्थित दर्शनीय स्थलों जैसे कि पहलगाम, गुलमर्ग, और सोनमर भी पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।

श्रीनगर की शिकारा राइड: श्रीनगर की झीलों पर शिकारा राइड का आनंद लेना एक प्रसिद्ध गतिविधि है। यह एक रोमांचक और प्रिय अनुभव है जिसमें आप शांतिपूर्ण और प्राकृतिक वातावरण का आनंद ले सकते हैं।

श्रीनगर के बाग: श्रीनगर में मुग़ल बागों का दौरा करना एक अन्य लोकप्रिय गतिविधि है। यहाँ पर निशात बाग, शालीमार बाग, और चश्मे शाही बाग जैसे उत्कृष्ट बाग हैं जो आपको आकर्षित करेंगे।

लद्दाख: यह जम्मू और कश्मीर का एक अन्य प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है जो अपनी अत्यधिक ऊंचाई, बार्फीले पहाड़ों, बौद्ध मठों, और बौद्ध स्थलों के लिए जाना जाता है।

लद्दाख का ट्रेकिंग: लद्दाख का ट्रेकिंग अनूठा अनुभव है। यहाँ आप ऊंचाईयों को चढ़ते हुए, ग्लेशियर देखते हुए, और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं।

जम्मू: जम्मू शहर के आस-पास कई प्राचीन मंदिर हैं, जैसे कि माता वैष्णो देवी मंदिर, राघुनाथ मंदिर, और बावखेड़ा अजितेश्वर मंदिर।

गुलमर्ग: यह शिमला और मनाली के समान एक प्रमुख हिमाचल पर्यटन स्थल है, जिसे शरणार्थी बर्फबारी, गोल्फ, और ट्रेकिंग का आनंद लेते हैं।

पहलगाम: यह एक अन्य प्रसिद्ध हिमाचल पर्यटन स्थल है जो खूबसूरत पहाड़ों, घाटियों, और झीलों के लिए जाना जाता है।

यहाँ दिए गए केवल कुछ उदाहरण हैं, जम्मू और कश्मीर में और भी अनेक प्राकृतिक सौंदर्यग्रहण करने लायक स्थल हैं। पर्यटक वहाँ अपनी पसंद के आधार पर अपनी यात्रा का चयन कर सकते हैं।

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जम्मू कश्मीर की जलवायु

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जम्मू और कश्मीर की जलवायु विभिन्न भागों में भिन्न-भिन्न होती है और प्रायः तीन प्रमुख जलवायु क्षेत्रों में बाँटी जा सकती है:

शीत जलवायु (लद्दाख और गुलमर्ग): यहाँ की जलवायु शीतल होती है, जहाँ तापमान बहुत ही निम्न होता है। लद्दाख और गुलमर्ग जैसे इलाकों में बर्फबारी की सम्भावना रहती है और यहाँ का मौसम गर्मियों में भी स्थिर नहीं होता है।

मध्यम जलवायु (श्रीनगर, अनंतनाग, और कुल्गाम): यहाँ की जलवायु मध्यम होती है, जिसमें सर्दियों में ठंडा और गर्मियों में मिल्दा मौसम होता है। यहाँ पर बर्फबारी की संभावना होती है, लेकिन यह बहुत ही कम होती है जितनी लद्दाख और गुलमर्ग में होती है।

उच्च तापमान जलवायु (जम्मू): जम्मू क्षेत्र में जलवायु उष्ण होती है, जिसमें गर्मियों में अधिकतम तापमान पाया जाता है। यहाँ की गर्मी बहुत अधिक होती है और बर्फबारी का संभावनात्मक नहीं होता है।

जम्मू और कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग जलवायु की वजह से, यहाँ पर प्राकृतिक सौंदर्य और वातावरण की विविधता होती है जो पर्यटकों को विविध अनुभव प्रदान करती है।

जम्मू कश्मीर जाने का सही समय

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जम्मू और कश्मीर यात्रा करने का सही समय आपकी पसंद, आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है। यहां कुछ संभावित समय के प्रस्तावनाएँ हैं:

सर्दियों (नवंबर से फरवरी): यदि आप बर्फबारी, शिविर करने, और शैक्षिक पर्यटन का आनंद लेना चाहते हैं, तो सर्दियों में जम्मू और कश्मीर अत्यंत आकर्षक होता है। गुलमर्ग, पहलगाम और लद्दाख इस समय पर बर्फ के लिए प्रसिद्ध हैं।

गर्मियों (मार्च से जून): यह समय शीतलता, प्राकृतिक सौंदर्य और वन्यजीवन को अनुभव करने के लिए उत्तम होता है। श्रीनगर, लद्दाख और गुलमर्ग इस समय पर पर्यटकों के बीच लोकप्रिय होते हैं।

बारिश के मौसम (जुलाई से सितंबर): इस समय किसी भी ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल की यात्रा के लिए अनुचित हो सकता है, क्योंकि बारिश तेज होती है और रास्ते खतरनाक हो सकते हैं।

समय के साथ बदलाव हो सकता है, इसलिए अपनी यात्रा की तारीखों को अपडेट करने के लिए स्थानीय पर्यटन निकायों या वेबसाइटों से संपर्क करना सुनिश्चित करें। यात्रा के पूर्व भी स्थानीय मौसम और पर्यटन गाइडेंस का परीक्षण करें।

जम्मू कश्मीर का खान पान

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जम्मू और कश्मीर का खान-पान उन्नत और संवेदनशील है, जो इस राज्य की संस्कृति, ऐतिहासिक विरासत और भूगर्भिक स्वरूप को प्रतिबिम्बित करता है। यहां कुछ प्रमुख खाद्य वस्त्र और विशेष व्यंजनों की एक सूची है:

रोग़ण जोश: यह एक लोकप्रिय कश्मीरी डिश है जिसमें मुट्टन, लाल मसाला, दही और अन्य मसाले शामिल होते हैं। यह एक दमदार और स्वादिष्ट व्यंजन है जो आमतौर पर साथी चावल के साथ परोसा जाता है।

गुस्ताबा: यह एक अन्य प्रसिद्ध कश्मीरी डिश है जिसमें मुट्टन के गोले, नारियल, ख़ोया, और दही का मिश्रण बनाया जाता है। यह एक शानदार व्यंजन है जो विशेष अवसरों पर परोसा जाता है।

राजमा और चावल: जम्मू और कश्मीर में राजमा और चावल का विशेष व्यंजन बहुत पसंद किया जाता है। इसमें भुने हुए राजमा, मसाले और चावल शामिल होते हैं।

याखनी: यह एक अन्य प्रसिद्ध कश्मीरी डिश है जिसमें मटन के टुकड़े, दही, और अन्य मसाले होते हैं। यह एक स्वादिष्ट और उत्तम व्यंजन है जो रोटी या चावल के साथ खाया जा सकता है।

फिरनी: यह एक प्रसिद्ध मिठाई है जो दूध, चावल, और शहद के साथ बनती है। यह जम्मू और कश्मीर के व्यंजनों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

इनमें से कुछ ही प्रमुख खाद्य वस्त्र और विशेष व्यंजन हैं जो जम्मू और कश्मीर की खासियत को प्रतिबिम्बित करते हैं। यहां के खाने का स्वाद और उनकी स्वादिष्टता उन्नत है, जो यह एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बनाता है।

जम्मू कश्मीर फेस्टिवल

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जम्मू और कश्मीर में कई धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव होते हैं जो स्थानीय समुदाय के सांस्कृतिक विरासत और परंपराओं को मनाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम हैं। यहां कुछ प्रमुख उत्सवों का उल्लेख है:

तुला नवरात्र: यह हिंदू उत्सव है जो नवरात्रि के दौरान मनाया जाता है। यह पर्व विशेष रूप से माता वैष्णो देवी के मंदिर में धूमधाम से मनाया जाता है।

शिवरात्रि: यह हिंदू धार्मिक उत्सव है जो भगवान शिव की पूजा के लिए मनाया जाता है। इस उत्सव के दौरान, भक्त शिव के मंदिरों में आते हैं और व्रत रखते हैं।

ईद-उल-फितर: यह मुस्लिम समुदाय का महत्वपूर्ण धार्मिक उत्सव है, जो रमज़ान के बाद मनाया जाता है। इस उत्सव के दौरान, लोग नमाज़ पढ़ते हैं, अल्लाह की शुक्रगुज़ारी करते हैं और एक-दूसरे को ईद की बधाई देते हैं।

बैसाकी: यह सिख समुदाय का प्रमुख उत्सव है जो नवंबर-दिसंबर के बीच मनाया जाता है। इस उत्सव में लोग बाजारों में जाकर खाना खाते हैं, नृत्य और संगीत का आनंद लेते हैं और गुरुद्वारे की सेवा करते हैं।

लोहड़ी: यह पंजाबी समुदाय का महत्वपूर्ण पर्व है जो मकर संक्रांति के पहले रात्रि मनाया जाता है। इस उत्सव में लोग बोनफायर जलाते हैं, गाने गाते हैं और प्रसाद बांटते हैं।

ये केवल कुछ उदाहरण हैं, जम्मू और कश्मीर में अनेक अन्य उत्सव हैं जो स्थानीय समुदायों के सांस्कृतिक जीवन का प्रमुख हिस्सा हैं।

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